छत्तीसगढ़
“माशा अल्लाह” ये बहुत खुशी की बात है कि माहे रमजान शरीफ के पुरनूर बाहर रहमत वाले इस मुबारक महीने में नन्हे रोजदारों ने जैसे:-
सैय्यद मोईनुद्दीन उम्र 9 साल
महीबा काजी उम्र 8 साल
सहीरुद्दिन उम्र 8 साल
मोहम्मद अयान उम्र 7 साल
ईनाया फातिमा उम्र 6 साल
फैज़ल मिर्ज़ा उम्र 7 साल
अक्सा फातिमा उम्र 7 साल
अयान खान उम्र 7 साल
मोहम्मद अबू तुर्राब उम्र 7 साल
अन्शा सैय्यदा उम्र 7 साल
जैसे नन्हे रोजदारों ने रोज़ा रखा, नमाज़ अदा की और दुआओं के साथ अल्लाह का शुक्र अदा किया। अल्लाह तआला इन मासूम बच्चों की इबादतों को कुबूल फरमाए, उनके दिलों में ईमान और मज़बूत करे, और उनके घरों पर अपनी रहमतों की बारिश करें ।
माहे रमज़ान के इस पुरनूर और रहमतों भरे महीने में नन्हे रोज़ेदारों की यह इबादत दिल को सुकून और रूह को रौशन करने वाली है। इतनी छोटी उम्र में रोज़ा रखकर, नमाज़ अदा कर और अल्लाह से दुआएं मांगकर इन बच्चों ने जिस सच्चे दिल से अल्लाह का शुक्र अदा किया, वो यकीनन काबिले तारीफ है।
अल्लाह तआला इन प्यारे बच्चों की इबादतों को कुबूल फरमाए, उनके दिलों में ईमान और मजबूत करे, और उनकी जिंदगी में कामयाबी, सलामती और खुशहाली अता फरमाए। उनके घरों पर अपनी रहमतों की बारिश जारी रखे और उनके हर कदम पर अपनी हिफाजत फरमाए।
“आमीन या रब्बुल आलमीन“