विश्व युवा कौशल दिवस पर मनेन्द्रगढ़ में बेटियों की सशक्त भविष्य के लिए पहला कैरियर काउंसलिंग सत्र का हुआ आयोजन

मनेनद्रगढ़/एमसीबी

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत आज ‘‘विश्व युवा कौशल दिवस’’ के अवसर पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मनेन्द्रगढ़ में एक प्रेरणादायी कैरियर काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य बालिकाओं को कौशल, शिक्षा, और आत्मनिर्भरता के प्रति मार्गदर्शन देकर उनके उज्जवल भविष्य की दिशा सुनिश्चित करना था। इस कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के जिला कार्यक्रम अधिकारी आर.के. खाती के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय की समस्त छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं स्टाफ ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई।

कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य बालिकाओं को शिक्षा के साथ-साथ जीवन कौशल, आत्मनिर्भरता एवं कैरियर से जुड़ी आवश्यक जानकारियाँ देकर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना था। बालिकाओं को यह बताया गया कि जीवन में सही समय पर लिया गया निर्णय ही उन्हें सफलता की ओर ले जा सकता है, इसलिए उन्हें अभी से लक्ष्य निर्धारण और उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर अपने भविष्य को सुरक्षित एवं सशक्त बनाना चाहिए।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आर.के. खाती, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग ने छात्राओं को सरकारी योजनाओं, शिक्षा और कौशल विकास के अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बेटियों से कहा कि आज का युग बेटियों का है, और वे अगर चाहें तो हर क्षेत्र में अपना मुकाम हासिल कर सकती हैं। इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती अर्चना वैष्णव ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है जिससे बेटियाँ अपने जीवन में हर चुनौती का सामना कर सकती हैं। उन्होंने विद्यालय की ओर से हर संभव सहयोग देने का भरोसा भी दिलाया।

कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण मिशन शक्ति (हब) से जुड़ी जिला मिशन समन्वयक श्रीमती तारा कुशवाहा, जेंडर विशेषज्ञ सुश्री शैलजा गुप्ता तथा वित्तीय साक्षरता समन्वयक अनीता कुमारी साह ने भी छात्राओं को आत्मविश्वास, लैंगिक समानता, वित्तीय जागरूकता, और स्वरोजगार से जुड़े विभिन्न विषयों पर प्रेरणास्पद संवाद किए। उन्होंने छात्राओं को बताया कि मिशन शक्ति के माध्यम से किस प्रकार उन्हें प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और सहायता दी जा रही है, जिससे वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकें। कार्यक्रम में छात्राओं ने भी अपने कैरियर से जुड़ी जिज्ञासाएँ साझा कीं, जिनका विशेषज्ञों द्वारा समाधान किया गया।

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