आज हम राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मना रहे हैं। यह दिवस हमें अपने देश की सुरक्षा और संरक्षण के महत्व को याद दिलाता है।
हमारा देश विविधता में एकता का प्रतीक है। हमारे देश में विभिन्न धर्मों, जातियों, और संस्कृतियों के लोग रहते हैं। लेकिन हमारी एकता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए हमें सुरक्षा के महत्व को समझना होगा।
सुरक्षा का अर्थ केवल पुलिस और सेना की उपस्थिति से नहीं है। सुरक्षा का अर्थ है हमारे देश की एकता, अखंडता, और संप्रभुता की रक्षा करना। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने देश की सुरक्षा के लिए काम करें और इसकी रक्षा करें।
आज के दिन, हम उन सभी सुरक्षा कर्मियों को सलाम करते हैं जो हमारे देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना काम करते हैं। हम उनकी बहादुरी और समर्पण को सलाम करते हैं।
आइए हम सभी मिलकर अपने देश की सुरक्षा के लिए काम करें और इसकी रक्षा करें। आइए हम अपने देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए प्रयास करें।
धन्यवाद।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस हर साल 4 मार्च को मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों में सुरक्षा, जागरूकता और सतर्कता की भावना को बढ़ावा देना है¹। यह दिन उन सभी सुरक्षा कर्मियों को समर्पित है, जो देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं²।
इस दिवस का इतिहास 1972 में शुरू हुआ, जब राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) ने इसकी शुरुआत की थी। तब से हर वर्ष 4 मार्च को इस दिवस को मनाया जाता है, ताकि सभी उद्योगों, संगठनों और संस्थानों में सुरक्षा जागरूकता फैलाई जा सके।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का महत्व इस प्रकार है:
- सुरक्षा जागरूकता: लोगों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना।
- सुरक्षा मानकों का पालन: सभी उद्योगों में सुरक्षा मानकों का पालन करना।
- देश की सुरक्षा: देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सुरक्षा कर्मियों को सम्मानित करना।
इस वर्ष की थीम “सुरक्षा और स्वास्थ्य – विकसित भारत के लिए अत्यावश्यक” है, जो हमें याद दिलाती है कि एक विकसित राष्ट्र की नींव तभी संभव है जब हम सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।