एपीके फाईल के माध्यम से सायबर अपराध करने वाले सायबर अपराधियों का अन्तर्राजीय गिरोह मनेन्द्रगढ़ पुलिस की गिरफ्त में, पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा अंकित गर्ग एवं पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह एमसीबी के मार्ग दर्शन हुई कार्यवाही

मनेंद्रगढ़/एमसीबी

एपीके फाइल के माध्यम से साइबर अपराध करने वाले झारखंड के अपराधी अंततः पुलिस की गिरफ्त में हैं, आरोपियों के कब्जे से कुल 285000 रुपए का माल जप्त किया गया है। उपरोक्त मामले के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रार्थी वसीम आ. समीम उम्र 25 वर्ष सा. वार्ड न. 04 मौहारपारा थाना मनेन्द्रगढ़ जिला एमसीवी (छ.ग.) थाना में उपस्थित होकर ओवदन पत्र प्रस्तुत किया कि 07.11.2024 को प्रार्थी के मोबाईल न. 9399606934 पर अज्ञात मोबाईल न. 6204763120 से फोन आया जिसमें उससे कहा गया कि जियो कंपनी का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ। एक ओटीपी आया होगा कह कर ओटीपी का मांग किया गया, जो प्रार्थी के द्वारा ओटीपी नही दिया गया, इसी बात पर अज्ञात कालर के द्वारा ओटीपी नहीं बताने पर सिम फोन को बंद करने की बात कहा गया।इस बीच दिनांक 08.11.2024 को अचानक प्रार्थी के मोबाईल नंबर 9399606934 में नेटवर्क आना बंद हो गया, जियो आफिस जाने पर नेटवर्क बंद होने से संबंधित जानकारी नहीं चल पाया। दिनांक 11.11.2024 को प्रार्थी के द्वारा अपने एचडीएफसी बैंक के खाता से पैसा निकलवाने हेतु चेक करवाया गया तो प्रार्थी के उपरोक्त खाते से दिनांक 09.11.2024 से दिनांक 11.11.2024 तक कुल 1,99,802 रूपये यूपीआई के माध्यम से मो.नं. 9399606934 से फ्राड कर मोबाईन न.9430983940 में ट्रांस्फर किया गया है, जबकि प्रार्थी के द्वारा कोई भी ट्रांजेक्सन नहीं किया गया है, किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा प्रार्थी के सिम को हैक कर प्रार्थी के खाते से गलत तरीके से धोखा कर कुल 1,99,902 रूपये का आहरण किया गया है।रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया, पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग एवं पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वाडेगांवकर के मार्गदर्शन में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी मनेन्द्रगढ़ ए. टोप्पों के नेतृत्व में टीम गठित की गई। प्रकरण में नये तरीके से सायबर अपराधी द्वारा घटना कारित करने के तरीके को देखते हुये ई-सिम के माध्यम से प्रार्थी के खाते से ऑनलाईन फाड किया गया। पूरे प्रकरण में गहन विश्लेषण कर अज्ञात सायबर अपराधियों का पतासाजी किया गया एवं झारखण्ड की राजधानी रांची से सभी आरोपियों को गिरप्तार किया गया।आरोपी द्वारा अन्य राज्यो मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र एवं भारत के अन्य राज्यों में भी अपराध घटित किये गए है। आरोपियों द्वारा जुर्म करना स्वीकार करने से गिरप्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। सभी आरोपी देवघर जिला के रहने वाले है,वर्तमान में देवघर तथा उससे लगा जामताड़ा जिला सायबर ठगी के मामले में हब के रूप में जाना जाता है इसलिये सभी आरोपी वहाँ से दूर अपना ठिकाना राजधानी रांची में बनाये है, जो रांची के रिहायसी इलाकों में किराये के मकान लेकर सायबर ठगी का काम संचालित करते है। प्रकरण का आरोपी कुन्दन दास पूर्व में सायबर ठगी के मामले में सायबर थाना देवघर के अप.क्रं. 25/2022 में गिरफ्तार होकर जेल में निरूद्ध रह चूका है। जो जेल में रहने के दौरान सायबर ठगी के विभिन्न मामलों को सीखा है एवं जेल से बाहर आकर अन्य आरोपियों को भी सायबर ठगी के लिये प्रशिक्षित किया है।

“यह आरोपी हुए गिरफ्तार”

  1. मिथलेश कुमार दास पिता विजय कुमार दास उम्र 27 वर्ष ग्राम गोनइया थाना पाथरोल मधुपुर जिला देवघर झारखंड
  2. सत्यानंद कुमार दास पिता जगन दास उम्र 26 वर्ष सा. चरकमारा थाना सारठ जिला देवघर झारखंड
  3. रिनाल कुमार दास पिता सुधीर दास उम्र 29 वर्ष ग्राम चारघरा सांरावा जिला देवघर झारखंड
  4. संतोष कुमार दास पिता सुखदेव दास उम्र 33 वर्ष फुलचुआ थाना सारठ जिला देवघर झारखंड
  5. कुंदन कुमार दास पिता बालेश्वर दास उम्र 30 वर्ष ग्राम चरपा

“जप्त की गई सामग्री का विवरण”

  1. 02 नग आईफोन (एप्पल) कीमत 100000.00
  2. 06 नग एन्ड्रोईड मोबाईल हैण्डसेट कीमत 150000.00
  3. डेबिट कार्ड 13 नग
  4. सिम कार्ड 25 नग
  5. 01 नग लैपटॉप कीमत 35000.00

“अन्तर्राजीय गिरोह को पकड़ने वाली टीम का विवरण”
निरीक्षक दीपेश सैनी, उनि सुनील तिवारी, सउनि अभिषेक पाण्डेय, प्र. आर.इस्तियाक खान, जुनास एक्का, पुष्कल सिन्हा, प्रिंस राय, राकेश शर्मा, जितेन्द्र ठाकुर, राकेश तिवारी का सराहनीय योगदान रहा एवं झारखण्ड पुलिस से थाना प्रभारी चुटिया, रांची से लक्ष्मीकांत, उप निरीक्षक जितेन्द्र मिश्र, सउनि विश्वनाथ चौधरी का विशेष सहयोग रहा।

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